महिला एवं बाल विकास मंत्रालय (WCD) ने बताया कि कक्षा 6 से लेकर 12वीं तक के पाठ्यक्रम की सभी किताबों के मुख पृष्ठ के अंदर के पन्नों पर ”पोस्को अधिनियम” और सातों दिन 24 घंटे बच्चों की मदद के लिए उपलब्ध हेल्पलाइन के नंबर प्रकाशित किए जा रहे हैं.
राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (NCERT) द्वारा किताबों में इसे प्रकाशित किया जा रहा है. यह कदम बच्चों को सुरक्षा और शिकायतों के संदर्भ में जानकारी प्रदान करने के मकसद से उठाया गया है.
साल 2017 में महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने एनसीईआरटी और मानव संसाधन विकास (एचआरडी) मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से एनसीईआरटी के प्रकाशनों के माध्यम से पोस्को-ई बॉक्स और चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर-1098 का प्रचार करने, बच्चों के यौन उत्पीड़न पर बनी शैक्षणिक फिल्मों की स्कूलों में स्क्रीनिंग करने और सहायक स्टाफ की नियुक्ति को लेकर सख्त मानदंड निर्धारित करने का अनुरोध किया था.