नई दिल्ली: यूपी के मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के नेता ओमप्रकाश राजभर की अमित शाह से मुलाकात के बाद बीजेपी से नाराज़गी खत्म हो गई है. राजभर ने कहा कि वह संतुष्ट हैं और गठबंधन धर्म निभाने आए थे. अब इस बात कि पूरी उम्मीद है कि उनके विधायक राज्यसभा चुनावों में बीजेपी के उम्मीदवार को वोट देंगे. उनकी पार्टी के चार विधायक हैं. अमित शाह अगले महीने की 10 तारीख को लखनऊ जाएंगे और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडे के साथ बातचीत कर मामले का हल निकालेंगे.
राज्य के पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री राजभर ने बताया कि उन्होंने भाजपा अध्यक्ष से मुलाकात करके उनके सामने अपनी समस्याएं रखीं और अपनी शिकायतों के समर्थन में सुबूत भी पेश किये. उन्होंने बताया कि शाह ने उनकी शिकायतों को गम्भीरता से लेते हुए कहा कि वह आगामी 10 अप्रैल को लखनऊ आएंगे और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के साथ बात करके उनका निदान कराएंगे.
राजभर ने कहा कि शाह ने खुद उन्हें बातचीत के लिये बुलाया था और वह इस मुलाकात से संतुष्ट हैं. उनकी पार्टी आगामी 23 मार्च को होने वाले राज्यसभा चुनाव में भाजपा का समर्थन करेगी. मालूम हो कि पिछले कुछ समय से राज्य सरकार के प्रति तल्ख रवैया अपनाये राजभर ने भाजपा पर गठबंधन धर्म नहीं निभाने का आरोप लगाया था. राजभर ने कल प्रदेश सरकार की पहली सालगिरह के जश्न से भी दूरी बनाये रखी थी.
उन्होंने योगी सरकार की पहली वर्षगांठ के बारे में कहा था कि जब तक राशन कार्ड, आवास, शिक्षा, दवा और अन्य मुद्दों से जुड़े सवालों का जवाब नहीं मिलता, तब तक वह इस तरह के जश्न में हिस्सा नहीं लेंगे. राजभर ने आगाह किया था कि अगर भाजपा सुभासपा की समस्याओं को नहीं सुलझाएगी तो वह आगामी राज्यसभा चुनाव का बहिष्कार करेगी. सुभासपा के पास चार विधायक हैं.