आम आदमी से खास आदमी . वीआईपी सस्ं कृति


􀁸 सत्ता में आने के 49 दिन में केजरीवाल सरकार ने तालकटोरा मे होने वाले सार्वजनिक समारोह में
वीआईपी तथा वीवीआईपी एन्ट्री तथा मंत्रियों व विधायकों के लिए पार्किंग की सुविधा की मांग कर
डाली।
􀁸 वीवीआईपी मंत्रीमंडल
चुनाव से पहले नाटकबाजी करते हुए श्री केजरीवाल ने शपथ पत्र बांटे जिसमें उन्होंने शपथ ली थी

कि यदि चुनकर आए तो
ष्ष्मैं लालबत्ती वाली गाड़ी नही लूंगाष्ष्ए
ष्ष्मैं बड़ा बंगला नही लूंगाष्ष्ए
ष्ष्मैं सुरक्षा नही लूंगाष्ष्
􀁸 परंतु उपर लिखी बातों के उलट आज की सच्चाई यह है कि केजरीवाल जेड प्लस सुरक्षा कवर के
साथ चार कारों जिनमें सुरक्षाकर्मी होते है उनके साथ चलते है। मोदी सरकार ने केजरीवाल
सरकार को 2 आरामदायक सरकारी बंगले फ्लेगस्टाफ रोड़ पर उनके रहने के लिए दे डाले।
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􀁸 मुख्यमंत्री की दादागिरी का उदाहरण उस समय मिला जब एक सार्वजनिक कार्यक्रम में एक जवान
महिला ने मुख्यमंत्री पर स्याही फैक दी। उस समय उनकी पार्टी ने दिल्ली पुलिस को सुरक्षा न देने
के लिए लताड़ा था।
􀁸 इसी प्रकार दिल्ली के उपमुख्यमंत्री श्री मनीष सिसोदिया वर्तमान में उस बंगले में रहते है जहां
श्रीमती शीला दीक्षित बतौर मुख्यमंत्री रहा करती थी। वे सार्वजनिक परिवहन की जगह एसयूवी
ग्रंाड विटारा जो एक लग्जरी गाड़ी है उसका इस्तेमाल करते है।
􀁸 इसके पश्चात आम आदमी पार्टी की सरकार ने अपनी सरकार के अन्तर्गत 21 विधायकांे को
संसदीय सचिव बनाकर वीआईपी बना डाला ताकि उनके विधायक पार्टी छोड़कर इधर.उधर न
जाए। 12 मई 2015 को स्वास्थ्य मंत्री श्री सतेन्द्र जैन ने अस्पतालों को उनके विधायकों जो रोगी
कल्याण समिति के सदस्य है उनको विशेष कमरे देने के लिए कहा। यह आदेश उस समय आया
जिस समय दिल्ली के अस्पतालों में नए बेड लगाने के लिए जगह की कमी है।
यकेजरीवाल के 7 जून 2013 के शपथ पत्र की ओर ध्यान आकर्षित करना चाहेंगे जिसमें वीआईपी
संस्कृति के खिलाफ बड़े.बड़े वायदे किए गए थे। यह सिर्फ वोट बटौरने के लिए किया गया थाद्ध