दिल्ली के बुराड़ी में भाटिया परिवार के सामूहिक रूप से आत्महत्या से पड़ोसियों की रात की नींद उड़ गई है, आस पास के लोगों में खौफ बैठ गया है. वहीं, पड़ोस के बच्चे भी 11 लोगों के फांसी पर लटकने के बाद से डर के साये में जीने को मजबूर हैं.
पड़ोसियों को डर इसलिए भी लग रहा है क्योंकि मृतक परिवार का सदस्य और पूरे मामले में मास्टरमाइंड माने जा रहे ललित ने अपनी डायरी में लिखा था कि हम भगवान से मिलकर फिर लौट आएंगे. डायरी के अनुसार कथित तौर पर ललित के पिता ने उसे कहा था कि सब लोग मेरे कहे अनुसार फंदे पर लटक जाएं. इस दौरान, एक कप में पानी रखना, इसका रंग बदलेगा, मैं प्रकट होऊंगा सबको बचाऊंगा. इस दौरान आत्मा शरीर से बाहर निकलेगी और फिर दोबारा वापस शरीर में प्रवेश करेगी.
बुराड़ी कांड: हवन के बाद रोज फंदे पर लटक जाता था परिवार, 6 दिन की थी प्रैक्टिस
जिस घर में 11 लोगों की मौत हुई है, वहां देर शाम के बाद आस-पास से गुजरने से भी लोग परहेत कर रहे हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि इस डर को खत्म करने के लिए ‘मौत के घर’ में मंदिर बना देना चाहिए, ताकि लोगों में फैले डर को दूर किया जा सके.गौर हो कि भाटिया परिवार इस घर में 23 सालों से रह रहा था.
आस पड़ोस के लोगों का कहना है कि उनके बच्चे डरे हुए हैं और रात को सो नहीं पाते. बच्चे कहते हैं कि कहीं उस घर वाले अंकल (ललित और उनके परिवार के लोग) भूत बनकर तो नहीं आएंगे. यही नहीं, पड़ोसी इतने परेशान हैं कि वो अब अपना घर बदलने की सोचने लगे हैं.
लोगों के बीच भय का माहौल इसलिए भी है क्योंकि, ललित के अपने पिता की आत्मा से सपने में बात करने की बात भी डायरी लिखी है. जिसके मुताबिक उसके पिता रोज उस घर में आते थे और उससे बातें करते थे. सूत्रों के मुताबिक भय के माहौल से निपटने और उसे वहां से दूर करने के लिए दिल्ली पुलिस आत्माओं को कैमरे में कैद करने वाली एक टीम की मदद ले सकती है. बता दें कि इससे पहले राजस्थान के मेहराणगढ़ किले और कुलधरा गांव में भी आत्माओं को कैमरे में कैद करने वाली एक टीम की मदद ली जा चुकी है, जहां बताया जाता है कि आत्माओं का वास है.