मनमोहन सिंह ने पंजाब यूनिवर्सिटी को दान की 3,500 किताबें

भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अपने निजी पुस्तकालय से पंजाब यूनिवर्सिटी को 3,500 किताबें दान में दी है. बता दें वह इस यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र रह चुके हैं. इस बात की जानकारी यूनिवर्सिटी के एक अधिकारी ने बुधवार को दी. जहां अधिकारियों ने कहा कि नई दिल्ली से किताबें, स्मृति चिह्न, तस्वीरें और चित्रों को यूनिवर्सिटी लाने के लिए जल्द ही व्यवस्था की जाएगी.

यहां रखी जाएंगी किताबें

3,500 किताबें और अन्य वस्तुएं यूनिवर्सिटी परिसर के गुरु तेग बहादुर भवन में रखी जाएंगी. बता दें, मनमोहन सिंह 1950 के दशक में पंजाब यूनिवर्सिटी के छात्र रहे हैं और बाद में यहां के अर्थशास्त्र विभाग के प्रोफेसर बने थे. जब वह प्रोफेसर बने थे तब उनकी उम्र 32 साल थी. वहीं अंतर्राष्ट्रीय कार्यों पर जाने से पहले 1960 के दशक के मध्य तक उन्होंने यहां पढ़ाना जारी रखा था. वहीं मार्च 1983 में, पंजाब यूनिवर्सिटी ने उन्हें ‘डॉक्टर ऑफ लेटर’ से सम्मानित किया था. वह 2004 से 2014 तक देश के प्रधानमंत्री रहे.

 (पंजाब यूनिवर्सिटी)

बता दें, अर्थशास्त्र के विद्वान डॉ. सिंह का पढ़ाई-लिखाई से लगाव शुरू से ही रहा है. उनके घर के कई कमरें किताबों से भरे पड़े हैं. जिसमें अर्थशास्त्र, राजनीति, अंतर्राष्ट्रीय अफेयर्स और लिटरेचर की बहुत सी किताबें शामिल हैं. जाहिर है जो उन्होंने जो किताबें दान की है वह छात्रों के जरूर काम आएंगी.