वॉशिंगटन. अमेरिका में भारतीय दूतावास की टेलीफोन लाइन्स को हैक कर ठगी करने का मामला सामने आया है। भारतीय अफसर के मुताबिक, कुछ लोग फर्जी कॉल के जरिए अबतक कई लोगों से पासपोर्ट और वीजा के नाम पर पैसे मांगे जा चुके हैं। यह बात सामने आने के बाद भारतीय दूतावास ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है। साथ ही लोगों के लिए एक एडवाइजरी भी जारी की गई है। इसमें कहा गया है कि लोग ऐसे फर्जी फोन कॉल्स से बचें।
कैसे सामने आया मामला?
– न्यूज एजेंसी के मुताबिक, अमेरिका में रहने वाले कई भारतीयों को ऐसे फर्जी कॉल्स किए गए। इसके बाद लोगों ने इसकी शिकायत दूतावास में की। इनका कहना था कि ठगों ने खुद को दूतावास का अधिकारी बताकर उनसे पैसे मांगे। कॉल्स में ठगों ने दावा किया कि उन्हें सारी जानकारी दूतावास से ही मिली है।
– मामला सामने आने के बाद भारतीय दूतावास ने ठगी के शिकार लोगों से उनके बैंक अकाउंट डिटेल्स और वेस्टर्न यूनियन ट्रांसफर अकाउंट नंबर लेना शुरू कर दिया है, ताकि इन अकाउंट्स के लेन-देन पर नजर रखी जा सके।
दूतावास ने एडवाइजरी में क्या कहा?
– एडवाइजरी में कहा गया है कि भारतीय दूतावास के किसी भी अधिकारी की तरफ से फर्जी कॉल्स नहीं किए गए। अगर हमें किसी शख्स के एक्स्ट्रा डॉक्युमेंट्स की जरूरत होती है तो उसे आधिकारिक आईडी से ई-मेल किया जाता है।
फर्जी कॉल्स कर ठग लोगों से क्या कहते हैं?
1. लोगों से पर्सनल इन्फॉर्मेशन मांगते हैं। इनमें क्रेडिट कार्ड्स जैसी जानकारियां भी शामिल हैं।
2. धमकी भी देते हैं। कहते हैं- “अगर डॉक्युमेंट्स में गलती ठीक करने के पैसे नहीं चुकाए गए, तो शख्स को डिपोर्ट/गिरफ्तार किया जा सकता है।”
3. इसके अलावा, पासपोर्ट, वीजा फॉर्म्स और इमिग्रेशन फॉर्म्स में गलती ठीक करने के नाम पर पैसे की मांग करते हैं।