बीते डेढ़ महीने में कच्चे तेल की कीमतों में 17 फीसदी से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई है. 24 अप्रैल को अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड का भाव 75 डॉलर के करीब था और सोमवार के सत्र में भाव 63 डॉलर के करीब हैं. कच्चे तेल की कीमतों में इस गिरावट की वजह विशेषज्ञ वैश्विक मंदी की आशंका और कच्चे तेल की मांग घटना है.
केडिया कमोडिटीज के प्रमुख अजय केडिया कहते हैं, ‘’कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट का कारण आइएमएफ और वर्ल्ड बैंक जैसी संस्थाओं की ओर से आर्थिक विकास दर के अनुमान को घटाना है. इसकी वजह से मांग कमजोर होने की संभावना को बल मिलता है’’ इसके अलावा क्रूड की लगातार बढ़ रही इंवेंट्री भी कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट की एक वजह है.
कच्चे तेल की कीमतों में बीते चार सत्रों में निचले स्तर से कुछ वापसी देखने को मिली है. इस वापसी की वजह ओपेक और गैर ओपेक देशों की ओर से कच्चे तेल का उत्पादन घटाने पर सहमति बनने का असर है. लेकिन केडिया मानते हैं यह वापसी लंबे समय तक टिकने वाली नहीं है. ट्रेडर्स ऊपरी स्तर पर बेचने की रणनीति पर ही काम करेंगे, ऐसे में हर छोटी तेजी के बाद गिरावट की संभावना है.