
कहेंगे किस को हम मुजरिम
क्या है इसकी परिभाषा
चोरी आवारगी करने वाले या
बोलते जो गाली गलौच की भाषा।।
नहीं हम सभी हैं गुनहगार
सच को झूठ में बदलते हैं
मिलता है संबल वल्लिष्ठों से
यह गुनाह हम... Read more »

“एक बार दुश्मन को दोस्त बनाके देखते हैं।
नीम के पत्ते चबाके
देखते हैं।
चलो एक बार दुश्मन को दोस्त बनाके देखते हैं।!!1!!
नाउम्मीदी में उम्मीद का द्वीप जलाके
देखते हैं।
दुश्मन को एक बार गले लगाके
देखते हैं।… Read more »

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने रेटिंग एजेंसी मूडीज़ इनवेस्टर्स सर्विस द्वारा भारत की रेटिंग ‘बीएए2’ से घटाकर ‘बीएए3’ किए जाने को लेकर मंगलवार को नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा... Read more »

विषय -सत्ता/सत्ता का नशा/सत्ता से नुकसान(पॉवर)
दंगा और लोकतंत्र
आज क्यों
इंसान ही इंसान को मार रहा है
एक इंसान दूसरे “इंसानों” के-
दहशत में दिन गुज़ार रहा है
सत्ता और सियासत के सामने इंसानियत क्यों हो रही... Read more »

मजदूर की आवाज़
मजदूर हैं हम मजबूर नहीं
है आत्मसम्मान हमारा भी
क्योंकि हम भी हैं एक इंसान।
हम ताजमहल की बुनियाद हैं
और हैं चार मीनार की दीवार,
लाल क़िले की शान हैं
और हैं चीन की लंबी... Read more »

ये समर्पण भूल न जाना
त्याग, तपस्या, प्यार, समर्पण
जीवन में कभी भूल न जाना
मानवता का पर्याय यही है
जीवन में कभी भूल न जाना।
अलिखित पीड़ा द्वार खड़ा
जीवन पर संकट आन पड़ा
त्याग, तपस्या और मनोबल
का… Read more »

लाॅकडाऊन के क्या
नुकसान।
चीन के वुहान शहर में जन्मे कोरोना नामक एक अदृष्य विषाणु द्वारा दुनिया में फैली महामारी से , भारत भी अछूता नहीं रहा। तेजी से मनुष्यों में फैलने वाले इस... Read more »

कोरोना पर कविता
एक प्रण
कैसा पल आया जीवन में
हाहाकार मचा जन जन में
अदृश्य शत्रु के व्यवहारों से
व्याकुलता मची त्रिभुवन में।
आओ हम प्रतिकार करें
अनुदेशों को अंगीकार करें
अदृश्य भयावह इस शत्रु से
राष्ट्र रक्षण का… Read more »