दमे का दौरा अचानक और
वह भी प्रायः मध्यरात्रि के बाद
ही होता है। रक्त के प्लाज्मा
कोर्टिसोल लेवल में प्रतिकूल
परिवर्तन आने से फेफड़ों की
नलिकाओं में ऐंठन पैदा हो
जाती है और रोगी को दमे का
दौरा... Read more »
जिन्हें ठंड बहुत अधिक लगती
है, उन्हें अग्निसार प्राणायाम
का नियमित अभ्यास करना
चाहिए। इसके अभ्यास से ठंड
से काफी हद तक बचाव हो
जाता है। हृदय रोगी तथा
उच्च रव्तचाप से पीडित लोग
इसका अभ्यास न करें।
सर्दी-जुकाम, खांसी… Read more »
डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों
के अलावा एक अन्य गंभीर संक्रामक
रोग है मस्तिष्क ज्वर, जिसे जैपनीज
एन्सैलाइटिस भी कहते हैं। आज से
करीब तीस-पैंतीस वर्ष पहले तक इस
रोग का विस्तार ताइवान, चीन, जापान,
कोरिया, पूर्वी साइबेरिया... Read more »
(फहमीना)
शारीरिक क्रिया न करने पर हमारे
शरीर में चर्बी जमने लगती है और
इसी क्रिया में यदि आप बहुत दिनों से
अपना मोटापा कंट्रोल करने की सोच
रहे हैं तो इस शहद और सिनामन
रेसिपी को जरूर... Read more »
उम्र बढ़ने के साथ-साथ
हड्डियां कमजोर होनी शुरू
हो जाती हैं। उम्रदराज
महिलाओं पर यह बीमारी
अधिक असर डालती है।
इसके चलते हल्की सी चोट
लगने पर हड्डी टूटने का
खतरा मंडराता रहता है।
इसके लिए डॉक्टर विटामिन
डी की… Read more »
लगभग 48 फीसद महिलाओं की
मौत के ज्यादातर कारणों में से एक
हैं- हार्ट अटैक। पुरुषों के मुकाबले
महिलाओं के लिए यह एक साइलेंट
किलर के रूप में जाना जाता है।
महिलाओं में हार्ट अटैक के लक्षण
पुरुषों... Read more »
(फहमीना)
चिकित्सा विशेषज्ञों का मानना है
कि मोटापा आने से जीवन में पाबंदियों
और परेशानियों के बढ़ जाने से जीवन
की खुशियों में कमी आने लगती है
और यही नहीं मोटापे से युक्त बेडौल
शरीर अनेक बीमारियों को... Read more »
शरीर से काम न लेना
बीमारियों को दावत देना
है और इसी लिए हमारे
देश में बीमारियां भी ज्यादा
होती जा रही है। अब आप
अपने बॉलीवुड सेलेब्रिटियों
को देख लें उनमें खुद को
आकर्षक बनाने की होड़
सी मची… Read more »
दांत हमारे शरीर का वह हिस्सा हैं
जिनके बिना हम भोजन की कल्पना
नहीं कर सकते हम सभी हमेशा यह
चाहते हैं कि हमारे दांत स्वस्थ व
मजबूत रहें। दांतों की देखभाल की
जितनी जरूरत होती है... Read more »
आंवला औषधी के गुणों से भरपुर
है। जिसमें विटामिट ‘सी‘ का सर्वोŸाम
मात्रा में पाया जाता है। आंवला दाह,
पाण्डु, रव्तपिŸा, अरुचि, त्रिदोष, दमा,
खांसी, श्वास रोग, कब्ज, क्षय, छाती
के रोग, हृदय रोग, मूत्र विकार आदि
अनेक... Read more »