नई दिल्ली। नोटबंदी के मुद्दे पर संसद में चर्चा की मांग करते हुए कांग्रेस
उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि यदि वह सदन में इस विषय पर बोलेंगे तो
भूकंप आ जाएगा। उनके इस बयान पर केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा, मुझे
लगता है कि ऐसा वह इसलिए सोच रहे होंगे क्योंकि सदन में बीजेपी के सदस्यों
की संख्या ज्यादा है।
नायडू ने नोटबंदी के फैसले को मूर्खतापूर्ण बताने पर कांग्रेस पर तीखा
हमला करते हुए कहा कि आखिर वह उपदेश देने वाले कौन होते हैं। जिनके
राज में कोयला, टूजी, कॉमनवेल्थ, यूरिया
और आदर्श जैसे तमाम घोटाले हुए, वे
दूसरे को कैसे सीख दे सकते हैं। नायडू
ने कहा कि शीतकालीन सत्र के बस कुछ
ही दिन बचे हैं, कई अहम बिल लटके हैं
लेकिन वे काम नहीं होने दे रहे हैं। पहले
उन्होंने पीएम के हाउस में आने की जिद
की। पीएम के आने के बाद भी उन्होंने
सदन चलने में बाधा उत्पन्न किया। देश
की जनता को यकीन है कि पीएम मोदी
देश की तस्वीर बदलेंगे। इसलिए वे सभी
कठिनाइयों का सामना करने को तैयार हैं। उपचुनावों में जवाब मिल गया, टाइम
मैगजीन ने भी जवाब दे दिया। अब कौन सा मैंडेट चाहिए? चर्चा संसद में होती
है, बाजार में कैमरों के सामने चर्चा नहीं होती।