नई दिल्ली: चंद दिन के भीतर ही अपने चार चोटिल खिलाड़ियों के सदमे से मारी मेजबान दक्षिण अफ्रीका के लिए केप टाउन में भारत के खिलाफ आज तीसरे डे-नाइट वनडे में इस सदमे से उबरना ही सबसे बड़ा चैलेंज बन गया है. दक्षिण अफ्रीका के लिए थोड़ी राहत की बात यह है कि न्यूलैंड्स की पिच तेज गेंदबाजों को मदद कर सकती है, लेकिन इसके बावजूद उसके लिए अपने मुख्य चार खिलाड़ियों के बिना पूरी तरह रंगत में आ चुके विराट के वीरों के सामने इस चैलेंज को भेदना वास्तव में असंभव सरीखा दिखाई पड़ रहा है. वजह यह कि दूसरे वनडे में कई चीजें साफ तौर पर दिखाई पड़ीं.
तब साफ दिखाई पड़ कि तीन मुख्य खिलाड़ियों के बाहर होने से मेजबान टीम को बड़ा सदमा लगा है. खिलाड़ियों की शारीरिक भाषा ऐसे बालक की तरह थी, जो एकदम से अनाथ हो गया हो. मेजबान बल्लेबाज पिच पर पूरी तरह हत्थे से उखड़े दिखाई पड़े, तो फील्डिंग के दौरान ऐसा लग रहा था कि मानो वे बस किसी तरह समय काटना चाहते हैं. मैदान पर कोई भी शख्स टीम को दिशा, दशा दिखाने और हौसलाअफजाई करने वाला नहीं था.
यह भी पढ़ें: IND VS SA: टीम इंडिया के ‘ये पांच तीर’ करेंगे दक्षिण अफ्रीका को केपटाउन में तीसरे वनडे में भी बेहाल!
और अब जब चौथे मैच से पहले एक और दिग्गज क्विंटन डि कॉक चोट के कारण बाहर हो चुके हैं, तो यह देखने की बात होगी कि पिछले मैच में लगे ‘सदमे’ का असर कहीं न्यूलैंड्स में और तो नहीं गहरा जाएगा. देखने की बात यह भी होगी कि नेट पर कलाइयों के स्पिनरों के सामने घंटो प्रैक्टिस करने वाले दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज तीसरे वनडे में भारतीय स्पिनरों को कैसे जवाब देंगे. सच यह है कि शुरुआती दोनों मैचों में युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव की गेंदबाजी से निपटने के लिए न तो मेजबान बल्लेबाजों के पास अच्छी समझ दिखाई पड़ी, न तकनीक और न ही मिजाज.