*अंतरराष्ट्रीय हिंदी साहित्य प्रतियोगिता मंच “हमारी वाणी”*
प्रतियोगिता का विषय*
*हँसी / मुस्कुराहट / खुश / सुख / दुख / परेशान / चिंता*
*मुस्कुराहट*
चिंता दुख से व्यक्ति होता,
सदा ही परेशान ।
आती विपत्ति लाखो तो,
मत हिम्मत हार इंसान ।
दुख सुख दो पहलू है,
यही जीवन है इंसान ।
कितने तेरे अपने हैं,
इनको तु पहचान ।
हर वक्त हो मुस्कुराहट,
मत निराश हो इंसान ।
खुशी-खुशी यह जीवन बीते,
मुस्कुराहट में जीता हे इंसान ।
हंसी खुशी परिवार तुम्हारा,
तुम्हारे वश में है इंसान ।
भक्ति में भी शक्ति तेरी,
भक्ति से प्रगट हुवे भगवान ।
सारा सच कहता है सुनलो,
भक्ति से शक्ति पाता हे इंसान ।
मनुष्य तो है तेरे अपने,
तेरे वश में है भगवान ।
सारा सच का कहना मान कर,
हिम्मत कभी ना हारो इंसान।
असत्य मार्ग से हटकर सदा,
सत्य मार्ग पर चलता इंसान ।
रचना का शीर्षक *मुस्कुराहट*
रचना पूर्ण रूप से मौलिक है सत्य एवं प्रमाणित है़ ।
कवि सुरेंद्र कुमार जोशी
ग्राम- जोलाय
तहसील- सोनकच्छ
जिला -देवास /मध्य प्रदेश