जिला पुलिस ने करीब एक वर्ष पूर्व हुई हत्या के मामले की गुत्थी सुलझाने का दावा किया है। एसएसपी ने दावा किया कि हत्या के मामलें में दो युवकों को गिरफ्तार कर हत्या में प्रयोग की गई तलवार व युवक का कंकाल बरामद कर लिया गया है। मामला इश्क से जुड़ा हुआ था। मंगलवार को पत्रकार वार्ता में एसएसपी जतिंदर सिंह औलख ने बताया कि 20-21 सितंबर 2011 की रात को हरमिंदर सिंह निवासी झखियां को घनौली से उसके ट्रक समेत अगवा कर लिया गया था। पुलिस ने मृतक के पिता दर्शन सिंह की शिकायत के आधार पर सदर पुलिस स्टेशन में अगवा का मामला दर्ज किया था। एसएसपी ने बताया कि पुलिस इस मामलें की गंभीरता से जांच कर रही थी, एसपी (डी), डीएसपी (डी), सीआईए के इंस्पेक्टर आधारित टीम ने मामलें की गुत्थी को सुलझा लिया है। एसएसपी ने बताया कि झखियां निवासी हरमिंदर सिंह का गांव की ही हरप्रीत कौर नामक लड़की के साथ प्रेम संबंध थे। हरप्रीत का विवाह हो गया था, इसके बावजूद हरमिंदर उससे बातचीत कर विवाह करने की जिद्द करता रहता था। एसएसपी के मुताबिक हरप्रीत कौर के भाई सरबजीत सिंह उर्फ बिल्ला, रविंदर सिंह उर्फ मस्त ने हरमिंदर सिंह को घनौली से बुला लिया तथा मार देने की नियत से अगवा कर उसे भरतगढ़ ले आया। भरतगढ़ वर्कशाप में अरुणजीत सिंह पुत्र इंद्रजीत सिंह निवासी खैरपुर की मदद से कृपाण से मार हत्या कर दी। आरोपियों ने पलविंदर सिंह उर्फ कुक्की व शरनजीत सिंह उर्फ गिल निवासी रामपुर बेट की सहायता से मृतक के ट्रक में ही शव को लोड़ कर दोराहा नहर के किनारे रामगढ़ खुर्द के पास ट्रक को खड़ा कर दिया व शव को नहर में गिरा दिया। एसएसपी के मुताबिक नहर में दलदल होने की वजह से शव पानी में डूब नहीं सका। एसएसपी ने बताया कि पुलिस ने सरबजीत सिंह की निशानदेही पर ड्यूटी मजिस्ट्रेट, मेडिकल अधिकारियों की उपस्थिति में हरमिंदर सिंह के शरीर की हड्डियां (कंकाल), पैंट व बैल्ट को बरामद कर लिया है। उन्होंने बताया कि हरमिंदर की पेंट व बैल्ट से उसकी पहचान हुई। एसएसपी ने बताया कि अब हरमिंदर के परिजनों व ब्लड रिलेशन का डीएनए टेस्ट करवाया जाएगा। एसएसपी ने इसे पुलिस की बड़ी उपलब्धि बाताया है। दो दिन का पुलिस रिमांड सदर पुलिस ने आरोपी सरबजीत सिंह व अरुणजीत सिंह को चीफ, ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया। पुलिस ने अदालत को आगाह किया कि हत्या के मामलें में अन्य आरोपियों रविंदर सिंह, पलविंदर सिंह व शरणजीत सिंह संबंधी आरोपियों से पूछताछ करनी है। पुलिस ने अदालत से पांचों दिन का पुलिस रिमांड मांगा, लेकिन अदालत ने दो दिन का पुलिस रिमांड दिया है। Piyush Taneja