AAP की बैठक में हंगामा – NE से निकाले गए योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण

नई दिल्ली. हरियाणा की सीमा के नजदीक दिल्ली के कापसहेड़ा के रिसॉर्ट में आम आदमी पार्टी (आप) की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में जबर्दस्त हंगामे के बीच योगेंद्र यादव, प्रशांत भूषण, आनंद कुमार और अजीत झा को राष्ट्रीय कार्यकारिणी से बाहर करने का फैसला किया गया है। बैठक के बीच में ही प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव बाहर आ गए। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मीटिंग के दौरान बाउंसरों ने उनके साथियों को घसीटकर बाहर कर दिया। योगेंद्र ने कहा, ‘केजरीवाल ने अपने भाषण के दौरान गोपाल राय को राष्ट्रीय परिषद की बैठक की अध्यक्षता करने को कहा। जिसका हम लोगों ने विरोध किया। लेकिन इसी बीच, मनीष सिसोदिया ने वोटिंग करानी शुरू कर दी। अरविंद जी के भाषण के बीच कपिल मिश्र जैसे विधायकों ने गद्दारों को बाहर करो के नारे लगाए।’ योगेंद्र यादव ने कहा अरविंद ने पूरे भाषण के दौरान उन पर और प्रशांत पर हमले किए। वह किसी मीटिंग की अध्यक्षता करने वाले नेता का भाषण नहीं था। वहीं, प्रशांत भूषण ने कहा, ‘मीटिंग के दौरान गुंडे बुलाए गए थे। कुछ विधायक भी गुंडागर्दी पर उतर आए थे। कल जो स्टिंग में केजरीवाल ने कहा था कि इन्हें लात मार कर बाहर कर दिया जाए तो आज हम लोगों को लात मार कर बाहर कर दिया गया।’ प्रशांत ने बैठक को फर्जी करार देते हुए कहा कि पूरी बैठक सुनियोजित थी।

इससे पहले राष्ट्रीय परिषद की बैठक को संबोधित करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण पर हमला बोला है। सूत्रों के मुताबिक केजरीवाल ने कहा, ‘मैं योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण जैसे लोगों के साथ काम नहीं कर सकता। अब आप लोग ही बताइए कि आगे क्या किया जाए।’ बताया जा रहा है कि राष्ट्रीय परिषद की बैठक में ‘अनुशासनहीनता’ के आरोप में प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव को पार्टी से बाहर करने का प्रस्ताव पारित हो सकता है। यह बैठक शुक्रवार शाम को सामने आए स्टिंग के बाद हो रही है, जिसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं-प्रशांत भूषण, योगेंद्र यादव, प्रोफेसर आनंद कुमार और अजीत झा को गालियां देते सुना जा सकता है।इससे पहले जिस हॉल में बैठक हो रही है, उसके बाहर धरना दे रहे योगेंद्र यादव मीटिंग में शामिल होेने अंदर चले गए। धरने से उठने के बाद मीडिया से बात करते हुए योगेंद्र ने कहा, ‘मैं अपने साथियों को लेकर अंदर जाने की कोशिश करूंगा, अगर इन्हें अंदर नहीं जाने दिया गया तो मैं अकेले ही अंदर जाऊंगा और आपत्ति दर्ज कराऊंगा।’ राष्ट्रीय परिषद के कुछ सदस्यों को बैठक में शामिल होने के लिए अंदर नहीं जाने का आरोप लगाते हुए योगेंद्र धरने पर बैठ गए थे। प्रशांत भूषण और आनंद कुमार जैसे नेता बैठक में मौजूद हैं।

शनिवार को राष्ट्रीय परिषद की बैठक में शामिल होेने पहुंचे योगेंद्र यादव के साथ धक्का-मुक्की की गई। उनके खिलाफ मुर्दाबाद के नारे भी लगे। इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए योगेंद्र यादव ने कहा कि वे बहुत आहत हुए हैं।

पार्टी ने राष्ट्रीय परिषद की बैठक में दिल्ली के विधायकों की वोटिंग न कराने और बैठक की वीडियोग्राफी की प्रशांत भूषण खेमे की शर्त को स्वीकार कर लिया है। इस बैठक में शामिल हो रहे 392 नेताओं-कार्यकर्ताओं को वोट डालने का अधिकार है। जबकि 67 विधायक और चार सांसद विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में बुलाए गए हैं।