अध्यापक दिवस के अवसर पर सभी को नमस्कार
आदरणीय अध्यापक व अध्यापिका समूह इस अध्यापक दिवस के अवसर पर सबसे पहले में अपने अध्यापिकाओं के प्रति आभार व्यक्त करना चाहती हूँ।
जिन्होंने ने मेरी प्रादुर्भाव स्कूल और समाज को जागृत करने और बच्चों में छिपे प्रतिभा को कला के साथ उजागर करने व निखारने मे समाज को एक नई दिशा देने के लिये किया था मैंने भी उनके साथ मिलकर पूरा -पूरा सहयोग कर जीवन के हर पहलू में उनके विचारों के निरन्तर प्रवाह को जो वास्तव मे ओजस्वी है सभी तक पहुंचाया है।
आज जब मैं यह देखती हूँ तो मुझे ऐसा लगता हैं कि मुझे अपने अध्यापिकाओं से जीवन में बहुत कुछ सीखने को मिला है और इस प्रकार मैं भी एक अध्यापिका होने के नाते सभी बच्चों में
“नैतिक और आध्यात्मिक”गुणों का विकास करना चाहती हूँ ताकि समाज में जो गलत भावनाएं आ रही हैं उनको रोका जा सके और समाज में सभी बच्चों को प्रगतिशील मार्ग पर ले जाने की कोशिश को पूरा किया जा सके।
समाज में अध्यापक की अहम भूमिका होती हैं
माता -पिता के बाद अध्यापक ही बच्चों का मार्गदर्शन करते है माता पिता बच्चों लालन-पालन करते हैं तो अध्यापिका बच्चों को जीवन जीने की कला सिखाते हैं।