हमारी युवा पीढ़ी के लिए सही दिशा का नजरिया …..
आज हमारी युवा पीढ़ी को सही मार्गदर्शन ना मिलने के कारण वो अपने लक्ष्य से तो भटक ही रहे है और साथ -साथ बड़ी दुर्घटना का हिस्सा भी बन रहे हैं …….जो कि हमारे देश के” मानव संसाधन”पर विनाशकारी सिद्ध हो सकते हैं …….आज जो बच्चे अपने किशोर अवस्था से युवावस्था में प्रवेश कर रहे हैं उनके मनोभावों को समझने की जरूरत सभी अभिभावक की होनी चाहिए क्योंकि इस अवस्था में पूर्ण शिक्षा ना होने के कारण वो किसी भी लिंग लड़की या लड़के की ओर आकर्षित होते हैं और इस आकर्षण को ही प्रेम समझ बैठते हैं।।।।
जो वास्तव में प्रेम नहीं सिर्फ एक आकर्षण है जो कुछ समय के लिए तो इतना अच्छा लगता हैं कि हमारी युवा पीढ़ी उसमें गलत कदम उठाने को भी तैयार रहती हैं और बाद में वो आकर्षण जब खत्म होता है तो हमारी युवा पीढ़ी उस पर गलत नजरिया”प्रेम”के प्रति प्रकट करते हैं …….मैं पूछती हूँ क्या ये प्रेम हमारी युवा पीढ़ी अपने परिवार जन से नहीं करते हैं क्या? या उनके अभिभावक नहीं करते हैं क्या?
जबकि विचित्र बात तो यह है की जो वो नादानी कर रहे है ०००००० उसे प्रेम समझते है वास्तव में वो प्रेम नहीं गलत राह हैं इससे हमारी युवा पीढ़ी का पूरा भविष्य ही गलत दिशा में प्रवाहित हो रहा है ०००००००
इसके पीछे भी कारण है ये हमारी युवा पीढ़ी समझती है कि उनको कोई समझता ही नहीं है जबकि ००० हमारी युवा वर्ग को इन मुद्दों पर सही
वक्त पर सही ज्ञान की अतिआवश्यकता हैं ताकि उनके सोच -विचार की धारा को सही प्रवाह की दिशा दी जा सके जिससे वो अपने देश की बहुमूल्य संसाधन होने का प्रमाण दे सके!!!!!
मैं एक अध्यापिका होने के नाते अपने उन सभी बच्चों में एक ऐसी शक्ति का प्रसार करना चाहती हूँ जो अपने स्वयं की पहचान को देश की प्रगति रुप में उजागर कर सके ००० क्योंकि सभी वर्ग में कुछ विशेष ऊर्जा है!!!!!