1
अश्रु का कण
ह्रदय सीप बंद
बनेगा मोती
2
द्वार दिल का
दस्तक अपनापन
नेह छलके
3
दानी सुमन
सर्वस्व करे दान
सदा हर्षाता
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दीपक जले
प्रियतम की राह
आलोक भरे
झरते पात
बिछ गयी चादर
भू सज रही
ध्यान से बजे
जीवन सितार
तार ना टूटे
शान्ति पुरोहि