अधिकार – राम नारायण साहू “राज”

*अधिकार*
इस धरती पर ,उस चाँद पर,
इस दरिया पर, उस आसमान पर,
जितना अधिकार हमारा है,
उतना भी  अधिकर  तुम्हारा है।
इस मकान पर,मकान के सामान पर,
जिम्मेदारी कि बड़ी कमान पर,
जितना अधिकार हमारा है,
उतना भी  अधिकर  तुम्हारा है।
गजल और गान पर ,
इतिहास और विज्ञान पर,
जितना अधिकार हमारा है,
उतना भी  अधिकर  तुम्हारा है।
सीमा पर अभियान पर ,
प्रेम और व्यवहार पर,
जितना अधिकार हमारा है,
उतना भी  अधिकर  तुम्हारा है।
सुख,शांति ,और शुखचैन पर,
गलत कामों मे बैन पर,
जितना अधिकार हमारा है,
उतना भी  अधिकर  तुम्हारा है।
दुनिया के कामकाज पर
जो बीत रहा आज पर
जितना अधिकार हमारा है,
उतना भी  अधिकर  तुम्हारा है।
शिक्षा और ज्ञान पर
कोई भी सम्मान पर
जितना अधिकार हमारा है,
उतना भी  अधिकर  तुम्हारा है।
राम नारायण साहू “राज”
ई.डब्ल्यु.एस.-11 , ब्लॉक-12, हाउसिंग बोर्ड कालोनी, अटल चौक के पास नरदहा, रायपुर (छत्तीसगढ़)