तिग्मांशु धूलिया की 2003 में रिलीज
’हासिल’ के लिए इरफान खान को
सर्वश्रेष्ठ खलनायक का फिल्मफेयर
पुरस्कार मिला था। उसके बाद 2012
में प्रदर्शित ’पान सिंह तोमर’ के लिए
उन्होंने कमाल कर दिखाया। तिग्मांशु
धूलिया की इस फिल्म को भी ढेर सारे
पुरस्कार और प्रशंसा मिली।इरफान खान
ने पान सिंह तोमर का जो किरदार
निभाया वह उनकी आत्मा के साथ जुड़ा
हुआ नजर आया। उसमें उनका चलना
फिरना, उठना बैठना, हर भाव भंगिमा
काफी सधी हुई थी। कुछ क्रिटिक्स ने
उनकी एक्टिंग की तुलना ’गंगा जमुना’
के दिलीप कुमार के साथ की थी।
संजय गुप्ता की ’जज्बा’ में इरफान
खान ऐश्वर्या के अपोजिट हैं। यह
पहला अवसर है, जब वे किसी ए ग्रेड
हीरोइन के हीरो बनें हैं। इसमें इरफान
एक ईमानदार पुलिस ऑफिसर बने हैं
जिन्हें अंदरूनी राजनीति के तहत सस्पेंड
कर दिया जाता है, तब फिल्म में एक
वकील का किरदार निभा रही ऐश्वर्या
उनका मुकदमा लड़ती हैं।इरफान खान
ने ’पीकू’ में पिता पुत्राी के संतुलन
स्थापित करने वाले व्यक्ति का किरदार
बेहद शानदार तरीके से निभाया। उस
फिल्म में उनके काम को अत्यंत सराहा
गया। ’जज्बा’ भले ही ऐश के कम बैक
वाली फिल्म है लेकिन इरफान खान
इस फिल्म को लेकर बेहद उत्साहित
हैं, और इसकी रिलीज की बड़ी बेकरारी
के साथ प्रतीक्षा कर रहे हैं। बेशक
इरफान खान ’लाइफ इन मेट्रो’ के छोटे
रोल में दर्शकों को हंसा ने में कामयाब
रहे हों, ’पीकू’ में भी उनकी सीरियस
कॉमेडी को बेहद पसंद किया गया हो
लेकिन ’स्लमडॉग मिलेनियर, ’द नेमसेक
कॉमेडी में हाथ आजमाएंगे
इरफान खान
’मकबूल’ और ’पान सिंह तोमर’ जैसी
फिल्मों की वजह से उनकी पहचान
मैच्योर और सीरियस एक्टर की रही है।
इनकी पहचान कॉमिक एक्टर की कभी
भी नहीं रही लेकिन ’पीकू’ में जिस तरह
से उनकी सीरियस कॉमेडी को ऑडियंस
ने पसंद किया, उसके बाद ’डेल्ही बैली’
के निर्देशक अभिनय देव ने अपनी
आगामी फिल्म के फुल कॉमेडी रोल के
लिए साइन किया है।.