डॉ० उषा पाण्डेय ‘शुभांगी’ – बिहार

*बिहार*
बिहार का इतिहास गौरवमय और बेमिसाल है
बिहारवासियों ने किया बड़ा कमाल है
बाईस मार्च को ‘बिहार दिवस’ मनाया जाता है
बिहार में प्राकृतिक वैभव का भंडार पाया जाता है
‘एक बिहारी सब पर भारी’ सही कहा गया है
बिहार ने भारत को और संसार को बहुत  दिया है
राष्ट्र कवि दिनकर जी ने बिहार के ‘सिमरिया’ गाँव में जन्म लिया
गुरु गोविंद सिंह का जन्म बिहार में हुआ
जीरादेई में जन्म लिए राजेन्द्र प्रसाद जी, जो थें देश के राष्ट्रपति प्रथम
प्रसिद्ध शहनाई वादक विस्मिल्ला खान जी बिहार के डुमराँव में लिए जनम
देश विदेश से छात्र आते थें पढ़ने नालंदा विश्वविद्यालय में
भगवान बुद्ध को ज्ञान मिला, बोधि वृक्ष के नीचे गया में
प्रेम में बिहारी पीछे नहीं, दशरथ मांझी जी ने दिखलाया
पत्नी की याद में पहाड़ काट राह बनाया, ‘माउंटेन मैन’
 खिताब पाया
मधुबनी पेंटिंग को कौन‌ नहीं जानता
बिहार का लोहा सारा विश्व मानता
रघुवीर नारायण जी का ‘बटोहिया गीत’ गाया जाने लगा
घर घर
यह भोजपुरी गीत चढ़ गया
देश विदेश के मजदूरों की जुबान पर
बिहार के पावन भूमि को मैं शीश नवाती हूंँ
बिहार की मैं बेटी हूँ, बिहार पर बलि बलि जाती हूँ
 डॉ० उषा पाण्डेय ‘शुभांगी’
स्वरचित
वेस्ट बंगाल