
पन्द्रह अगस्त 1947 को
देश हुआ आजाद हमारा ।
26 जनवरी 1950 को
संविधान बना था हमारा ।
26 जनवरी को गणतंत्र दिवस
देश में खुशियों के साथ मनाते हैं ।
लागू हुआ था संविधान देश में
तभी से गणतंत्र दिवस मनाते हैं ।
अंग्रेजों की सही थी गुलामी
उनसे से आजादी पाई थी ।
आजादी की पाने में देश के
वीरों ने खूब लड़ी लड़ाई थी ।
महारानी लक्ष्मी बाई ने सबसे
पहले अंग्रेजों से लड़ी लड़ाई थी ।
खूब लड़ी मर्दानी वो तो झांसी
वाली महारानी लक्ष्मी बाई थी ।
वीर सुभाषचंद्र बोस ने भी
आजादी को लड़ी लड़ाई थी
तुम खून दो मुझ को आजादी
दूंगा इस नारे की मांग उठाई थी ।
गणतंत्र दिवस को राष्ट्रपति महोदय
लाल किले पर देश में झंडा फहराते हैं ।
गणतंत्र दिवस आजादी का जश्न मनाते
तिरंगे झंडे को फहराकर शान बढ़ाते हैं ।
22 सदस्यों की जूरी ने मिलकर
देश का संविधान बनाया था ।
भीमराव अम्बेडकर को इस
जूरी का अध्यक्ष बनाया था ।
देश के इस संविधान से देखो
गुनाहगार कैसे फल फूल रहे हैं ।
बेटी निर्भया दोषी आज भी
संविधान का फायदा उठा रहे हैं ।
संविधान के लचीलेपन से ही
अपील पर अपील किए जाते हैं ।
फांसी निर्धारित तारीख को भी
अपील करके टालते जाते हैं ।
देश की आजादी बीस करोड़ थी
तब ये हमारा संविधान बना हुआ है ।
अब आवादी सवा सौ करोड़ हुई है
संविधान बदलने का समय आया है ।