अनन्तराम चौबे अनन्त  – देश,नागरिक – साप्ताहिक प्रतियोगिता

भारत देश हमारा है
सबसे सुन्दर प्यारा है ।
मिल जुलकर हम रहते हैं
ऐसा यह देश हमारा है ।

गंगा जमुना सरस्वती है
नर्मदा कावेरी ताप्ती है ।
पावन पवित्र इन नदियों
की महिमा सुन्दर लगती है ।

देश है वीर जवानों का
खेतों का खलियानों का
अनाज सभी को मिलता है
सच्ची किसान की मेहनत का ।

धरती माता है गौ माता है
एक जगत जननी भी माता है।
बच्चों को हर मां जन्म देती है
स्नेह प्यार और देती ममता है ।

सब धर्मों का आदर करते हैं
आपस में भाई चारा रखते हैं ।
ऐसा ये सुन्दर  देश हमारा है 
लोकतंत्र के इस देश में रहते हैं ।

त्योहार सभी मिलके मनाते
दशहरा हो या हो दीपावली ।
भाई बहिन का रक्षाबन्धन हो
और रंगों भरी मनाते हैं होली ।

देश की अलग अलग भाषाएं है
और अलग प्रदेशों की बोली है ।
हिन्दी मराठी पंजाबी गुजराती
और बुंदेलखंड की बुन्देली है  ।

ऐसा प्यारा ये देश हमारा
हमें जान से भी प्यारा है ।
आन बान और शान से रहते
शान देश की तिरंगा प्यारा है ।