किरण बाला – प्यार और नफरत – साप्ताहिक प्रतियोगिता

प्यार में नफरत का आना कोई स्थान नहीं रखता बशर्ते प्यार आलौकिक हो जिसकी पवित्रता में प्यार और नफरत दोनों विराम अवस्था में होते हैं प्यार में नफरत का आना स्वाभाविक है बशर्ते प्यार एक बंधन हो जिसकी बेड़ियों में प्यार और नफरत दोनों टकराव की अवस्था में होते हैं प्यार में नफरत का आना दर्शाता है विनाश बशर्ते जिसकी नकारात्मकता में प्यार और नफरत दोनों क्षीण अवस्था में होते हैं नफरत में प्यार का आना दर्शाता है विकास बशर्ते जिसकी सकारात्मकता में प्यार और नफरत दोनों परिपक्व अवस्था में होते हैं