रश्मि शाह– आदमी/पुरुष – साप्ताहिक प्रतियोगिता

आओ मिलकर करें चर्चा
आज ऐसे पुरुषों की,
मातृभूमि को जो गर्वित करते,
बातें ऐसे महापुरुषों की।

तुलसी कबीर जायसी करते,रचना ऐसे ग्रंथों की। आज भी हर घर में पूजा होती,
रामायण और पावन गीता की।
आओ मिलकर करें चर्चा
आज ऐसे महापुरुषों की,

जहां समर में शौर्य दिखलाते,
शेरे पंजाब रणजीत सिंह ,
वही घर-घर में गूंजी जाती,
पावन वाणी नानक की।।
आओ मिलकर करें चर्चा
आज ऐसे महापुरुषों की,

जहां दयानंद सरस्वती ने
तोड़ दी रीति सती प्रथा की,
वहीं विवेकानंद ने सिखलाई
ओजपूर्ण  रीति जीने की।
आओ मिलकर करें चर्चा
आज ऐसे महापुरुषों की,

कफन बांधकर सिर पर अपने
कारगिल में बढ़ते वीर।
शत्रु कंपित  देख उन्हें
धड़कन रुकती थी सीने की।
आओ मिलकर करें चर्चा
आज ऐसे महापुरुषों की,

मिट्टी के कण कण में लिखी हैं,
सैकड़ों गाथाएं वीरों की
आओ मिलकर करें चर्चा
आज ऐसे महापुरुषों की।।