राम नारायण साहू – नव वर्ष – साप्ताहिक प्रतियोगिता

सूरज की पहली किरण को , चन्द्रमा के प्रकाश को
देवी और देवताओ को , नभ और आकाश को
नव वर्ष मुबारक हो , नव वर्ष मुबारक हो
समस्त विश्व को उजाला देने वाला सूरज , समस्त विश्व को रोशन करने वाला चन्द्रमा , सभी धर्मो के देवी देवता, जहाँ पर हम रहते और कर्म करते है ऐसी धरती माता को , जिसके नीचे समस्त प्राणी रहते है ऐसे आकाश को नववर्ष की हार्दिक बधाई हो
जलीय जन्तुओ को , थलीय जानवरो को
नदी और नीर को , कुपो और सरोवरों को
नव वर्ष मुबारक हो , नव वर्ष मुबारक हो
जल में रहने वाले सभी जीव, धरती में रहने वाले सभी जानवर ,विश्व में बहने वाली नदियाँ, जिसके जल से हम अपनी प्यास बुझाते है वो जल, जो हर गांव और और शहर में रहते वो कुएँ और तालाबों को भी नववर्ष की हार्दिक बधाई हो |
गजल और गान को , इतिहास और विज्ञान को
रामायण और कुरान को , वीरो और नवजवान को
नव वर्ष मुबारक हो , नव वर्ष मुबारक हो
जिसे सुनकर सभी मन आनंदित हो ऐसे गजल और गानो को , जो वर्षो से लिखा जा रहा है एक ऐसा इतिहास , जिसके उपयोग से हम लगातार आगे और बढ़ रहे है ऐसे विज्ञान को , हिन्दुओ की महाग्रंथ महाभारत , मुस्लिमो की महाग्रंथ कुरान को भी नवर्ष की हार्दिक बधाई |
गरीबो को, अमीरो को , देश के किसानो को
गर्व से कहता हूँ , खेतो को खलिहानों को
नव वर्ष मुबारक हो , नव वर्ष मुबारक हो
विश्व के समस्त गरीब और अमीरो को , अन्नदाता किसान को , और उन सभी खेतो को जहाँ हमारे की वस्तु पैदावार होती है ऐसे सभी खेतो को , और जगह जहाँ हम सभी फसलों की मिजाई करते है ऐसे खलिहानो को भी नवर्ष की हार्दिक बधाई |