कांग्रेस अध्यक्ष बनने के ठीक सात महीने बाद राहुल गांधी ने अपनी टीम की घोषणा की है. नई सीडब्लूसी यानी कांग्रेस कार्यसमिति में अनुभवी और युवा नेताओं को जगह दी गई है. राहुल की नई टीम में उन्हीं राज्यों के नेताओं को तवज्जो मिली है, जहां कांग्रेस या तो प्रमुख दल है या फिर प्रमुख विपक्षी दल. जबकि उन राज्यों को तवज्जो नहीं दी गई है जहां कांग्रेस बहुत कमजोर है या दूसरे दलों की बैशाखी के सहारे चल रही है. यही वजह है कि बिहार, बंगाल और आंध्र प्रदेश के नेता राहुल की टीम में जगह पाने से महरूम रह गए हैं.
कांग्रेस की नई सीडब्लूसी में कुल 51 सदस्य हैं. इनमें 23 सदस्य, 18 स्थाई सदस्य और दस विशेष आमंत्रित सदस्य बनाए गए हैं. नई टीम में सुशील शिंदे, दिग्विजय सिंह, आरके धवन, सीपी जोशी जैसे पुराने और दिग्गज चेहरों को जगह नहीं मिली है. सोनिया गांधी के बेहद करीबी रहे जनार्दन द्विवेदी बाहर हो गए हैं.
राहुल गांधी ने अपनी टीम में यूपी से नए व युवा चेहरों के साथ ही जातीय समीकरणों का भी ध्यान रखा है. बिहार, बंगाल, तेलंगाना, गोवा और आंध्र प्रदेश जैसे अहम राज्य के नेताओं को तवज्जो नहीं दी गई है. जबकि इन राज्यों में कुल 121 लोकसभा सीटें हैं.