
बिटकॉइन में पैसा लगाने वाले ध्यान दें, नहीं तो पड़ जाएंगे इनकम टैक्स के चक्कर में
जहां तक थोक में जमा पर ब्याज दर की बात है स्टेट बैंक ने पिछले चार महीने में तीसरी बार इनमें संशोधन किया गया है. पहला संशोधन नवंबर महीने के अंत में और उसके बाद जनवरी में संशोधन किया गया था. एक करोड़ रुपये तक की खुदरा जमा की ब्याज दर में 0.50 प्रतिशत तक वृद्धि की गई है जबकि एक वर्ष लेकिन दो वर्ष से कम अवधि की सावधि जमा दर में 0.15% की वृद्धि की गई है. यह 6.25% से बढ़ाकर 6.40% कर दी गई.
भारतीय स्टेट बैंक ने करीब 1300 शाखाओं के नाम, आईएफएससी कोड बदले
बैंक की एक बयान में कहा, सभी नई दरें तुरंत प्रभाव से लागू हो गईं हैं. यह गौर करने वाली बात है कि पिछले तिमाही के बाद से कई बैंकों ने अपनी जमा और कर्ज की दरें बढ़ाई हैं. निजी क्षेत्र के एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक, कोटक महिन्द्रा बैंक और यस बैंक ने जनवरी के बाद से कर्ज पर 0.5 से लेकर 0.10 प्रतिशत तक ब्याज दर बढ़ाई है. इसके साथ ही करीब करीब सभी सरकारी बैंकों ने थोक जमा पर अपनी ब्याज दरों में 0.15 से लेकर 1.25 प्रतिशत तक वृद्धि की है.
बैंक ने दो वर्ष से 10 वर्ष तक की अवधि वाले खुदरा जमा की दर में 0.50% वृद्धि कर इसे 6% से 6.5% कर दिया है. बैंक ने अपनी सावधि थोक जमा दर को भी बदला है. एक वर्ष लेकिन दो वर्ष से कम की अवधि में परिपक्व होने वाली एक करोड़ रुपये से 10 करोड़ रुपये की थोक जमा पर ब्याज दर को 0.50% बढ़ाकर 6.25% से 6.75% किया गया है.