स्थाई करने की मांगः भूख-हड़ताल पर NDMC कर्मचारी

दलित शोषित न्याय मंच के बैनर तले नई दिल्ली में एनडीएमसी के कर्मचारी भूखहड़ताल पर हैं. प्रदर्शनकारी कर्मचारियों का कहना है कि केजरीवाल सरकार का न तो कोई ऑफिस है और न ही ठिकाना है. आखिर जनता जाए तो कहां जाए.

मंच के अध्यक्ष रवि जोहरी ने कहा कि एनडीएमसी कर्मचारियों की समस्या के लिए तीन दिवसीय भूख हड़ताल व धरना देने के लिए ऐतिहासिक वाल्मीकि मंदिर को इसलिए चुना क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहीं से स्वच्छ भारत की शुरुआत की थी.

दलित शोषित न्याय मंच की मांग है कि एनडीएमसी में सफाई कर्मचारियों का पांच 5% का कोटा है जिसे हटाया जाए. कर्मचारियों को स्थाई किया जाए. सफाई कर्मचारी को चर्म रोग में मेडिकल दिया जाए. ऐतिहासिक वाल्मीकि मंदिर के प्रांगण में बने एनडीएमसी दफ्तर को तत्काल प्रभाव से हटाया जाए.

मंच के अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि एनडीएमसी चेयरमैन नरेश कुमार के सिर पर जूं नही रेंग रही. अगर दिल्ली सरकार और एनडीएमसी ने मांग नहीं मानी तो अनिश्चितकालीन धरने पर बैठकर भूख हड़ताल करेंगे. कर्मचारियों ने कहा कि एनडीएमसी के कर्मचारी बहुत परेशान हैं.  उम्र निकल रही है, वे एनडीएमसी के भरोसे बैठे हैं मगर 5 से 6 साल तक इंतजार करने पर भी कुछ नहीं हुआ.