एक कोशिश ऐसी भी
सारा सच (दिल्ली) सुबह तक़रीबन 4:00 बजे से एक बिल्ली के बच्चे की चिल्लाने की आवाज आ रही थी उस आवाज तक पहुंचा तो पता चला वह काली बिल्ली जिसको रोज़ाना छत पर खाना खिलाया करता था वह चिल्ला रही है आवाज ढूंढते ढूंढते देखा कि वह शायद बरसात से बचने के लिए एक सॉफ्ट में छिपी बैठी है बहुत कोशिश की पर उसको निकाल नहीं पाए
तब एक इंटरनेशनल एनजीओ PETA India को रेस्क्यू के लिए बुलाया कुछ ही समय बाद कृष्ण यादव और उनकी टीम अपनी गाड़ी लेकर उस जगह पर पहुंची उन्होंने भी उसको सॉफ्ट से निकालने की कोशिश की पर साफ्ट में स्पेस कम होने की वजह से बहुत दिक्कत आ रही थी और साफ्ट में जाल भी बना हुआ था PETA वालों ने छत से कोशिश की पर नहीं हो पा रहा था फिर नीचे फ्लोर पर जाकर कोशिश की पर वहां से भी बिल्ली को मदद करने, निकालने की जगह नहीं बन पा रही थी तब फिर दोबारा छत पर जाकर साफ्ट के जाल को हटाने के लिए एक वेल्डर को बुलाकर साफ़्ट के सरिये कटवाए और पड़ोसी से सीडी ली और सॉफ्ट में सीढ़ियां लगाकर PETA की टीम ने सॉफ्ट में जाकर देखा कि एक बिल्ली का बच्चा साफ्ट में छोटे से गैप पर छिपा बैठा है
तकरीबन तीन से चार घंटे हो गए पर फिर भी बिल्ली के बच्चे तक पहुंच नहीं पा रहे थे नीचे फ्लोर पर जाकर फ्लोर की सीलिंग को तोड़कर बिल्ली के बच्चे को निकालने की कोशिश की समय जरूर लगा पर आखिर बेटा टीम को कामयाबी मिली
अक्सर देखा गया है कि इंसान या जानवर परेशानी में हो तो लोग उसकी मदद के लिए आगे पढ़ते हैं लेकिन कुछ लोगों को जानकारी न होने की वजह से सही समय पर उनको मदद नहीं पहुंच पाते बिल्ली और कुत्तों की मदद के लिए या उनको तुरंत उपचार के लिए PETA India एक अच्छी संस्था है यदि आपके पड़ोस में बिल्ली या कुत्तों को तुरंत मदद की जरूरत है तो आप PETA India से संपर्क कर सकते हैं