
संविधान
संविधान निधान है राष्ट्र का
संविधान विधान है राष्ट्र का,
हर भारतीय का सन्मान है
संविधान प्रधान दंड है राष्ट्र का।
संविधान मंत्र है गणतंत्र का,
संविधान तंत्र है जनतंत्र का,
देशभक्ति का अमूल्य प्रतीक है,
संविधान अभिमंत्र है… Read more »

काव्य रचना प्रतियोगिता
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*भारत का संविधान महान है*
मेरे भारत देश का संविधान महान है,
ये अखंडता,भाईचारे और सौहार्द की सुंदर पहचान है।।
शहीदों शहादत और लहू से
बना ये हमारी शान है,
इस पर हर हिंदुस्तानी को... Read more »

*अधिकार*
इस धरती पर ,उस चाँद पर,
इस दरिया पर, उस आसमान पर,
जितना अधिकार हमारा है,
उतना भी अधिकर तुम्हारा है।
इस मकान पर,मकान के सामान पर,
जिम्मेदारी कि बड़ी कमान पर,
जितना अधिकार हमारा है,
उतना भी अधिकर … Read more »

राष्ट्रीय साहित्य मंच हमारी वाणी
साप्ताहिक प्रतियोगिता हेतु
विषय… हिन्दुस्तान
नाम.. अनन्तराम चौबे अनन्त जबलपुर म प्र
कविता…
हिन्दुस्तान
सोने की चिड़िया भारत था
वो भारत फिर से बनाना है ।
सुख शांति समृद्धि यहां हो
ऐसा ही... Read more »

संविधान
संविधान दिवस छब्बीस नवंबर पर।
बधाई हम आप सबको देते हैं।।
हमारा संविधान है सबसे न्यारा।
वो हम सबको है जां से भी प्यारा।।
संविधान हमारी आन,बान, शान है।
हमारे संविधान की दुनियां भर में पहचान है।।
संविधान... Read more »

सारा सच मीडिया
अंतरराष्ट्रीय हिन्दी साहित्य साप्ताहिक प्रतियोगिता
(हमारीवाणी)
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विषय – संविधान
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शीर्षक – ऐसा है संविधान हमारा
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ऐसा है संविधान हमारा,नहीं ऐसा संविधान कोई।
पूरे विश्व में इसकी... Read more »

*सारा सच प्रतियोगिता के लिए रचना*
*विषय:बाबासाहब अंबेडकर*
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*इस देश का उज्जवल भविष्य*
(छंदमुक्त काव्य रचना)
खत्म हुई गुलामी आजाद हुआ वतन,
निकला आजादी का सूरज सारा देश हुआ रोशन।
तुकडों तुकडो में बंटा... Read more »

*गीता सा पावन मेरे देश का संविधान है*
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नजरें जब समूचे विश्व की सैर करने निकली तो,
इंसानियत की जीती जागती मिसाल का एक मंजर देखा।
एक पल दिल को लगा कि,
यह एक बहुत बड़ा... Read more »

*अंतरराष्ट्रीय हिंदी साहित्य प्रतियोगिता मंच “हमारी वाणी”*
प्रतियोगिता का विषय*
*हँसी / मुस्कुराहट / खुश / सुख / दुख / परेशान / चिंता*
*मुस्कुराहट*
चिंता दुख से व्यक्ति होता,
सदा ही परेशान ।
आती विपत्ति लाखो तो,
मत हिम्मत... Read more »

*हम स्वतंत्र है*
कही भी आने के लिए
कही भी जाने के लिए
कोई भी चीज खाने के लिए
कोई भी वस्तु लाने के लिए
हम स्वतंत्र है।
अपने हिसाब से जाने के लिए
किसी को मनाने के लिए
हँसते… Read more »