नजीब के साथ मारपीट करने वाले छात्रों को दिया जाएगा दूसरा हास्टल

nazeeb-jnu

नई दिल्ली । जवाहर लाल नेहरू
विश्वविद्यालय के छात्र नजीब अहमद
को गायब हुए 50 से अधिक दिन हो
गए, लेकिन अब तक उसके बारे में
कोई सुराग नहीं मिला है।
हालांकि, इस बीच जेएनयू प्रशासन
ने नजीब के साथ 14 अक्टूबर की रात
जिन छात्रों ने मारपीट की थी उन चार
छात्रों को हास्टल बदलने के लिए
आदेश जारी किया है। इन चार छात्रों
को अब कौन सा हास्टल दिया जाएगा
इस बारे में अभी उनको नहीं बताया
गया है। जिन चार छात्रों को माही
हास्टल छोडने के लिए कहा गया है।
उनका नाम विक्रांत, अंकित राय, ऐश्वर्य
प्रताप सिंह और विजेंद्र ठाकुर है। ज्ञात
हो कि 14 अक्टूबर को मारपीट के
बाद लापता हुआ एमएससी के छात्र
नजीब के लिए पुलिस की छानबीन
जारी है। पुलिस ने नजीब को खोजने
वाले को 10 लाख रुपए का इनाम देने
की भी घोषणा की है।
जेएनयू प्रशासन ने एक आदेश
जारी कर कहा है कि 14 अक्टूबर को
नजीब के साथ मारपीट में इन छात्रों
को पाया गया है।
प्राक्टर की जांच में इसकी पुष्टि
हुई है जिससे इन छात्रों को दूसरे
हास्टल में तत्काल भेजा जाए साथ ही

यह भी कहा है कि ये छात्र भविष्य में
इस तरह की हरकत न करने की
चेतावनी भी दी गई है।आदेश में यह
स्पष्ट है कि इसकी जानकारी कुलपति
को भी दी गई है। इसके अलावा डीन
स्टूडेंट वेलफेयर, हास्टल के प्रमुख
वार्डेन सहित अन्य लोगों को भी इस
आदेश की कापी भेजी गई है। नजीब
मामले को लेकर 15 अक्टूबर के बाद
से ही जेएनयू प्रशासन और छात्र संगठन
आमने सामने हैं। क्योंकि एक तरफ
जहां प्रशासन ने स्पष्ट रूप से कहा है
कि वह नजीब को ढूंढने के लिए हर
संभव कोशिश कर रहा है, वहीं छात्र
संगठन इस कोशिश पर सवाल उठा
रहे हैं। हाल ही में जेएनयू कोर्ट की
बैठक में भी इस मुद्दे को उठाया गया
था।विगत दिनों जेएनयू प्रशासन ने
यह आरोप लगाया है कि प्रदर्शनकारी
छात्रों का एक वर्ग नजीब अहमद के
लापता होने के मामले में गलत सूचना
फैलाकर विश्वविद्यालय की छवि को
धूमिल कर रहा है। इस मुद्दे को लेकर
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय
छात्रसंघ (जेएनयूएसयू) परिसर में
अनिश्चितकालीन धरने पर बैठा है।