संविधान – डॉ० उषा पाण्डेय ‘शुभांगी’

संविधान*
भारत का सर्वोच्च कानून ही भारत का संविधान कहलाता है
बोलचाल की भाषा में इसे ‘कानून का किताब’ कहा जाता है
अपने भारत देश में लोकतंत्रात्मक गणराज्य स्थापित किया गया
भारतीय संविधान की भाषा को सहज, सरल रखा गया
अपना संविधान अनूठा संविधान है
यह विधि शास्त्र और धर्म शास्त्र
सम्मत संविधान है
अपना संविधान विश्व में सबसे लम्बा, लिखित है संविधान
विधायिका, कार्य पालिका, न्याय पालिका का अलग अलग
बताया गया है विधान
इसे पूरा होने में लगे दो वर्ष, ग्यारह महीने, अठारह दिन
प्रभाव में आया  छब्बीस जनवरी उन्नीस सौ पचास के दिन
 प्रस्तावना से होता है, आरंभ अपने देश का संविधान
देशवासियों के हित का ख्याल
रखता अपना संविधान
संविधान की प्रस्तावना में भारत को संपूर्ण प्रभुत्व सम्पन्न,
समाजवादी, धर्म निरपेक्ष, लोकतंत्रात्मक गणराज्य कहा गया है
गहन अध्ययन के बाद अपना संविधान बनाया गया है
इसमें हर अच्छी बात का है जिक्र किया गया
इस संविधान को बनाने में कई
लोगों ने  परिश्रम किया
समय समय पर संविधान में संशोधन भी किया गया
अपना संविधान मिश्रित हो, इसका ध्यान रखा गया
देश के नागरिकों को कुछ मूल अधिकार हैं दिए गए
अधिकार के साथ कर्तव्य भी लिखे गए
भारतीय संविधान के जनक डॉ० भीमराव अम्बेडकर जी ने
ऐसा संविधान बनाया
जिसे देख दुनिया के लोगों ने
दाँतों तले अंगुली दबाया
अपने संविधान को विश्व ने दिया सम्मान
भारतीय संविधान पर हर भारतीय को है अभिमान
डॉ० उषा पाण्डेय ‘शुभांगी’
स्वरचित
वेस्ट बंगाल