सारा सच मीडिया
अंतर्राष्ट्रीय हिन्दी साहित्य साप्ताहिक प्रतियोगिता
(हमारीवाणी)
विषय – परिवार दिवस
विधा – गीत
शीर्षक – परिवार से पहचान है इंसान की
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परिवार से पहचान है, इंसान की।
परिवार से ही हस्ती है, इंसान की।।
परिवार ही सिखाता है, समझदारी।
परिवार ही पतवार है, इंसान की।।
परिवार से पहचान——————।।
अकेले जीने में नहीं है, कोई मजा।
अकेले जीना तो है, जैसे कोई सजा।।
परिवार ही लाता है, जीवन में खुशी।
परिवार से ही इज्जत है, इंसान की।।
परिवार से पहचान——————-।।
परिवार सिखाता है, संस्कार-सभ्यता।
परिवार सिखाता है, मानव को मानवता।।
परिवार ही देता है ,सपनें जीवन के।
परिवार ही पाठशाला है, इंसान की।।
परिवार से पहचान——————।।
वंश नहीं चलता है, बिन परिवार के।
पूरी नहीं है मंजिल, बिन परिवार के।।
परिवार से ही जीवन होता है, रोशन।
परिवार ही तो जान है , इंसान की।।
परिवार से पहचान——————।।
शिक्षक एवं साहित्यकार-
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला-बारां(राजस्थान)