एक छोटा सा अनुभव”जिन्दगी के नाम” जिन्दगी बड़ी अजीब है,हम चाहते क्या है होता कुछ है। हम सोचते कुछ है,निकलता कुछ है, जाना कहा है,चले कहीं जाते हैं बनना कुछ चाहते है,बन कुछ ओर जाते हैं। जिन्दगी है बड़ी बेमिसाल ….करना कुछ चाहते है,कर कुछ और बैठते हैं,समझना कुछ चाहते है …समझ कुछ ओर जाते हैं। उलझन में भी मुस्कुरा जाते है, राह पर चलना सीख कर भी वही रूक जाते है। कुछ कहना चाहते है पर वहीं ….चुप हो जाते हैं।बड़ी अजीब है जिन्दगी ….. जिन्दगी की हर मोड़ पर सबके लिए खुशियों की राह बुनना चाहती हूँ पर मुश्किल तो ये है बड़ी अजीब है जिन्दगी … हर वक्त की गहराई को समझना चाहती हूँ ,हर राह को मंज़िल तक पहुंचाना चाहती हूँ । बड़ी कशमकश है जिन्दगी की राह में,ये राह ही जिन्दगी की सबक बन जाती हैं। जिसमें खुद की पहचान को खोजने का एहसास है जिन्दगी …… इसीलिए तो कहती हूं कि बड़ी अजीब है जिन्दगी .