नई दिल्ली । विधानसभा चुनाव
को लेकर कांग्रेस ने अपनी सभी
महत्वपूर्ण कमेटियों की घोषणा कर दी
है। इसमें सबसे अहम चुनाव समिति
की कमान प्रदेश अध्यक्ष अरविन्दर सिंह
लवली को दी गई है। पूर्व मुख्यमंत्री
शीला दीक्षित और अजय माकन को
भी इस समिति में बतौर सदस्य शामिल
किया गया है। शीला दीक्षित ने हालांकि
चुनाव लड़ने से मना किया है लेकिन
चुनाव प्रचार में सक्रियता से भाग लेने
को हामी भरी है। कांग्रेस महासचिव
जनार्दन द्विवेदी ने प्रदेश चुनाव कमेटी,
घोषणा पत्र कमेटी, अनुशासन कमेटी
और प्रचार कमेटी की घोषणा कर दी
है। प्रदेश चुनाव कमेटी में अरविन्दर
सिंह सहित 23 सदस्य हैं। इनके
अलावा हारून युसूफ, कांग्रेस महासचिव
जनार्दन द्विवेदी व अजय माकन, आरके
धवन, डा। कर्ण सिंह, परवेज हाशमी,
नई दिल्ली। केन्द्र की नरेन्द्र मोदी
सरकार को एक बड़ी सफलता मिली
है। राज्यसभा ने पुराने श्रम कानूनों में
बदलावों को मंजूरी दे दी है। वामदलों
और जदयू के कड़े विरोध व बहिर्गमन
के बीच श्रम कानून संशोधन विधेयक,
2011 को राज्यसभा ने पारित कर
दिया है। वहीं कांग्रेस सदस्यों की मत
विभाजन के समय कम उपस्थिति से
भी विधेयक पारित कराने में सरकार
को सहायता मिली। इस कानून के
बनने पर 40 कर्मचारियों तक की
राज्यसभा में श्रम कानून संशोधन विधेयक पारित
छोटी फैक्ट्रियों को श्रम कानूनों से
संबंधित रजिस्टर रखने और रिटर्न
फाइल करने का काम इलेक्ट्रॉनिक
तरीके से करना होगा।
राज्यसभा में हुए मत विभाजन में
49 सदस्यों ने विधेयक के पक्ष में,
जबकि 19 ने खिलाफ मतदान किया।
विधेयक पर हुई चर्चा का जवाब देते
हुए श्रममंत्री बंडारू दŸाात्रेय ने कहा
कि विधेयक को लेकर कुछ गलत ध्
ाारणाएं हैं। यह संशोधन केवल प्रक्रियाओं
को सरल करने के लिए है। इसमें
श्रमिकों के खिलाफ कुछ भी नहीं है।
कानून बनने के बाद सरकार श्रमिकों
के कल्याण के लिए और कदम उठा
सकेगी। हमारी नीति श्रमिक हितैषी
है। सरकार श्रमिकों के कल्याण के
लिए प्रतिबद्ध है। संशोधन राष्ट्रहित में
हैं। इनकी प्रक्रिया 2007 में प्रारंभ हुई
थी। संसद की स्थायी समिति की
सिफारिशों के आधार पर ही यह बिल
लाया गया है। कानून को लागू करते
हुए सरकार पारदर्शिता, जवाबदेही तथा
प्रवर्तन का ख्याल रखेगी।
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा, जेपी
अग्रवाल तथा चौधरी प्रेम सिंह इसके
सदस्य हैं। शीला दीक्षित का नाम
चुनाव कमेटी में आठवें नम्बर पर है।
अखिल भारतीय कांग्रेस
कमेटी के सचिव मनीष
चतरथ तथा नसीब सिंह,
प्रवक्ता मुकेश शर्मा, पूर्व
सांसद रमेश कुमार,
महाबल मिश्रा, पूर्व
विधायक जय किशन,
हसन अहमद, देवेन्द्र
यादव, सुरेन्द्र कुमार,
कंवर करण सिंह, दक्षिण
दिल्ली निगम में विपक्ष के नेता फरहाद
सूरी तथा पूर्व पाषर्द महमूद जिया को
भी चुनाव समिति में शामिल किया
गया है। इसके अलावा प्रदेश युवा
कांग्रेस, सेवा दल तथा प्रदेश महिला
कांग्रेस अध्यक्षों को भी इसमें शामिल
किया गया है। चुनाव समिति प्रदेश के
सभी सŸार सीटों के लिए उम्मीदवार
तय कर उनके नाम केन्द्रीय चुनाव
समिति को भेजती है। इसलिए प्रदेश
स्तर पर उम्मीदवारों के
चयन में इस कमेटी की
अहम भूमिका होती है।
इस कमेटी की घोषणा
होते ही कांग्रेस में चुनावी
हलचल तेज हो
जाएगी। इसमे अलावा
चुनाव घोषणापत्र कमेटी
के अध्यक्ष का पद पूर्व
मंत्री डा ए के वालिया
को दिया गया है। हारून युसूफ, पूर्व
केन्द्रातय मंत्री कृष्णा तीरथ, मतीन
अहमद, पूर्व मंत्री डा किरण वालिया,
डा नरेन्द्र नाथ, रमाकान्त गोस्वामी,
मुकेश शर्मा, बिजेन्दर सिंह, चरण सिंह
कंडेरा, विजय लोचव, मालाराम गंगवाल,
अभिजीत सिंह गुलाटी, मुकेश गोयल,
चतर सिंह, वरयम कौर आदि इसके
सदस्य हैं। चुनाव प्रचार समिति के
अध्यक्ष का पद कांग्रेस विधायक दल
नेता हारून युसूफ को दिया गया है।
पूर्व मंत्री राज कुमार चौहान तथा छह
पूर्व विधायक प्रहलाद सिंह साहनी,
आसिफ खान, कंवर करन सिंह,
हरिशंकर गुप्ता, अनिल भारद्वाज तथा
भीष्म शर्मा इसके सदस्य हैं। चौबीस
सदस्यीय चुनाव प्रचार समिति में दिल्ली
युवा कांग्रेस अध्यक्ष अमित मलिक,
दिल्ली महिला कांग्रेस अध्यक्ष ओनिका
मल्होत्रा, रागिनी नायक, संजय पुरी
तथा अमृता धवन को भी शामिल किया
गया है। अनुशासन समिति का अध्यक्ष
अभिजीत सिंह गुलाटी को बनाया गया
है। इस कमेटी के 6 सदस्यों में जगजीवन
शर्मा तथा ब्रजमोहन शर्मा को शामिल
किया गया है।